प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले एक सौ वर्षों से राष्ट्र सेवा के प्रति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों की प्रतिबद्धता की सराहना की और कहा कि हजारों स्वयंसेवकों ने व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ देश के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने कहा कि आरएसएस विश्व का सबसे बड़ा एनजीओ है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर आमंत्रित विशेष अतिथियों और विद्यार्थियों के साथ बातचीत की। स्वाधीनता दिवस समारोह राष्ट्रीय गान के साथ संपन्न हुआ और अंत में राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों वाले गुब्बारे आकाश में छोड़े गए।
इससे पहले, लाल किले आगमन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने प्रधानमंत्री की आगवानी की। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। प्रधानमंत्री ने जैसे ही ध्वजारोहण किया, वायुसेना के दो एमआई-17 हेलीकॉप्टरों ने समारोह स्थल पर पुष्प वर्षा की। एक हेलीकॉप्टर पर राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहा था और दूसरे में ऑपरेशन सिंदूर को दर्शाता हुआ एक ध्वज लगा हुआ था।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी राजघाट गए और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।