राष्ट्रपति मुर्मु की तीन देशों की इस यात्रा में भारत की एक्ट-ईस्ट नीति की झलक मिलती है जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वप्रथम एक दशक पहले नौवें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में की थी। इन यात्राओं से इस क्षेत्र में भारत के कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूती मिलने की संभावना है। साथ ही इसके जरिए प्रशांत और दक्षिण-पूर्व देशों के साथ भारत के संबंधों को आगे बढ़ाने की देश की प्रतिबद्धता पर भी जोर परिलक्षित है।
Site Admin | अगस्त 6, 2024 12:23 अपराह्न | Fiji | President Droupadi Murmu
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने फिजी की संसद को संबोधित किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु फिजी की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। राष्ट्रपति मुर्मु ने आज सुबह फिजी की संसद को संबोधित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज फिजी के राष्ट्रपति रातू विलियामे मैवलीली काटोनिवेरे और प्रधानमंत्री सितिवेनी राबुका के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। वे प्रवासी भारतीयों के साथ स्वागत समारोह में भी भाग लेंगी। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करना है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु कल रात फिजी की राजधानी सुवा पहुंचीं। वहां उनकी अगवानी फिजी के प्रधानमंत्री सितिवेनी राबुका ने की। फिजी की सेना ने राष्ट्रपति मुर्मु को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। राष्ट्रपति ने बाद में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया।
फिजी यात्रा के बाद राष्ट्रपति मुर्मु कल से नौ अगस्त तक न्यूजीलैंड के सफर पर रहेंगी। वे गवर्नर जनरल सिंडी कीरो के निमंत्रण पर न्यूजीलैंड जाएंगी। वहां वे सिंडी कीरो और प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लुक्सोन के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी, शिक्षा संबंधी एक सम्मेलन को संबोधित करेंगी और भारतीय समुदाय से मुलाकात करेंगी।
राष्ट्रपति मुर्मु की विदेश यात्रा का अंतिम पड़ाव तिमोर लेस्टे है। वे 10 अगस्त को वहां पहुंचेंगी। किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की यह इस देश की पहली यात्रा है। वे तिमोर लेस्टे के राष्ट्रपति जोस रामोस होरता और प्रधानमंत्री गुमसाओ से मुलाकात करेंगी।