पोलैंड और नाटो की सेनाओं ने आज यूक्रेन पर मास्को के हवाई हमले के दौरान पोलिश हवाई क्षेत्र के कथित उल्लंघन में रूसी ड्रोन को मार गिराया।
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने दावा किया कि आज तड़के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन मास्को की ओर से जानबूझकर किए गए उकसावे का नतीजा था।
टस्क ने कहा कि इसने नाटो और यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को अपना हवाई क्षेत्र बंद करने और देश के पूर्वी हिस्से में नागरिकों को घरों के अंदर रहने का आदेश देने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने बताया कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। टस्क ने यह भी कहा कि उनकी सरकार संभावित प्रतिक्रिया पर नाटो से परामर्श ले रही है, जिसे अनुच्छेद 4 के रूप में जाना जाता है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि पोलैंड द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से खुले संघर्ष के सबसे करीब है। पोलिश अधिकारियों ने बेलारूसी क्षेत्र से आने वाले ड्रोनों के साथ 19 हवाई क्षेत्र उल्लंघनों की सूचना दी।
यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारियों ने पोलैंड के साथ एकजुटता का संकल्प लिया। दूसरी ओर, रूस ने वारसॉ के बयानों को निराधार बताते हुए पोलैंड के आरोपों को खारिज कर दिया।
मॉस्को के प्रभारी राजदूत आंद्रेई ओरदाश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इन ड्रोनों के रूसी मूल के होने का कोई सबूत पेश नहीं किया गया है।
ओरदाश ने आरोप लगाया कि अक्सर बिना कोई तर्क दिए यूरोपीय संघ और नाटो के नेता रोज़ाना रूस पर उकसावे का आरोप लगाते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में रूस कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेगा।