नीति आयोग के फ्रंटियर प्रौद्योगिकी केंद्र ने आज गांधीनगर में कृषि की पुनर्कल्पना: अग्रणी प्रौद्योगिकी आधारित परिवर्तन के लिए रूपरेखा शीर्षक से एक प्रमुख रूपरेखा का अनावरण किया।
उद्घाटन समारोह में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और नीति आयोग के मुख्यकार्यकारी अधिकारी बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम उपस्थित थे। इस अवसर पर कृषि उत्पादकता और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए उन्नत तकनीकों के उपयोग के लिए एक दृष्टिकोण की रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। यह रूपरेखा जलवायु-अनुकूल बीजों, कृषि और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अग्रणी तकनीकों के उपयोग पर केंद्रित है। यह किसानों की तीन श्रेणियों आकांक्षी, परिवर्तनशील और उन्नतके लिए अनुकूलित समाधान प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए किसानों का सशक्तिकरण आवश्यक है। नीति आयोग के मुख्यकार्यकारी अधिकारी बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने अनुकूलित समाधानों की आवश्यकता पर बल दिया।