नेपाल में संसद के निचले सदन- प्रतिनिधिसभा के अध्यक्ष देवराज घिमिरे और ऊपरी सदन- नेशनल असेम्बली के सभापति नारायण प्रसाद दहाल ने कहा है कि सरकार गठन के दौरान कानून के शासन और संविधानवाद को नजरांदाज नहीं किया जाना चाहिए।
आज एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने सभी से अपील की कि वे एक अधिक प्रगतिशील, खुशहाल और मजबूत लोकतंत्र के प्रति वचनबद्ध रहें और प्रदर्शनकारियों की मांगो का समाधान करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल सम्प्रभुता, स्वतंत्रता और राष्ट्रीय एकता को प्राथमिकता देते हुए संवैधानिक प्रक्रिया के जरिए देश में सरकार गठन का प्रयास कर रहे हैं।
श्री घिमिरे और श्री दहाल ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और आगजनी करने पर निराशा भी व्यक्त की।