जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ ज़िले के पद्दार इलाके में आज बादल फटने की घटना में 10 लोगों के मारे जाने की आशंका है। हमारे जम्मू संवाददाता के अनुसार, यह घटना मचैल माता यात्रा मार्ग में पड़ने वाले एक सुदूर गांव चौशिती में हुई। चौशिती इस मंदिर को जाने वाला अंतिम मोटर मार्ग से पहुंचा जाने वाला गांव हैं। घटना के बाद मंदिर की वार्षिक यात्रा स्थगित कर दी गई है और अधिकारी बड़े पैमाने पर बचाव और राहत कार्यों के लिए घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना में लोगों की मृत्यु पर शोक व्यकत किया है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में राष्ट्रपति ने कहा कि जम्मू कश्मीर के किश्तवाड में बादल फटने से कई लोगों की मृत्यु होने का समाचार अत्यंत दुखदायक है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और बचाव तथा राहत कार्यों की सफलता की कामना की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा कि किश्तवाड में बादल फटने और बाढ से प्रभावित लोगों की कुशलता के लिए वे प्रार्थना कर रहे हैं। एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा कि स्थिति पर नजर रखी जा रही तथा राहत और बचाव कार्य जारी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जरूरतमंदों को हर सहायता प्रदान की जाएगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने घटना के बारे में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात की। एक सोशल मीडिया पोस्ट में श्री शाह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव अभियान चला रहा है। एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई है और सरकार स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है। उन्होंने ज़रूरतमंद लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि बचाव दलों को घटनास्थल पर भेजा गया है, हालांकि दुर्गम इलाके और खराब मौसम के कारण वहां पहुंचने में बाधा आ रही है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल को तैनात किया जा रहा है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आपदा पर दुख व्यक्त किया और बचाव तथा राहत कार्यों का आश्वासन दिया।