प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि महाराष्ट्र को ‘विकसित भारत’ की दिशा में देश का नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण के अनुरूप वर्तमान में राज्य में कई आधुनिक बुनियादी ढांचा परियोजनाएं चल रही हैं। मराठवाड़ा के छत्रपति संभाजीनगर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए 70 हजार करोड रुपये की राशि के निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए हैं। श्री मोदी ने कहा कि मराठवाड़ा में 45 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत की परियोजनाएं पहले से चल रही हैं। उन्होंने क्षेत्र में समृद्धि राजमार्ग, रेलवे आधुनिकीकरण, औद्योगिक पार्क और कपड़ा पार्क सहित विभिन्न विकासात्मक पहल पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि ये परियोजनाएं क्षेत्र में बडी कंपनियों को आकर्षित करेंगी, जिससे मराठवाड़ा में नए अवसर और रोजगार पैदा होंगे।
श्री मोदी ने कहा कि महायुति सरकार विकास के साथ- साथ परम्पराओं के संरक्षण के लिए भी समर्पित है। उन्होंने ‘पालखी महामार्ग‘ और मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने महाविकास अगाडी की आलोचना करते हुए कहा कि वह मराठवाड़ा में जल संकट को दूर करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने महायुति सरकार द्वारा शुरू की गई सिंचाई परियोजनाओं को रोक दिया था।