महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है कि कृषि केवल भोजन उपलब्ध कराने का साधन ही नहीं है बल्कि यह संस्कृति, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था का आधार भी है। उन्होंने आज पुणे में देश की पहली कृषि हैकाथन का उद्घाटन करते हुए कहा कि अगर इस समझ के साथ काम किया जाए तो इस डिजीटल युग में कृषि वैश्विक मॉडल बन सकती है। इस कार्यक्रम का आयोजन कृषि विभाग, महात्मा फूले कृषि विद्यापीठ और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने संयुक्त रूप से किया था।
श्री पवार ने कहा कि सतत और समग्र विकास को प्रोत्साहन देकर अनेक संभावनाओं का दोहन किया जा सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसानों को शोधकर्ताओं की तरह सोचना चाहिए और कृषि के लिए वैज्ञानिक तरीका अपनाना चाहिए।
इस कार्यक्रम में एक हजार आठ सौ अधिक भागीदारों ने अपने शोधपत्रों और नवाचारों को प्रस्तुत करने के लिए पंजीकरण कराया है। इनका प्रस्तुतिकरण तीन जून तक चलेगा।