इस्राइल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने गजापट्टी में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी के अल्पकालिक संघर्षविराम प्रस्ताव को मानने से इंकार कर दिया है। काहिरा में अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति सिसी ने इस प्रस्ताव की घोषणा की। इस प्रस्ताव में कई फलस्तीनी कैदियों के बदले इस्राइल के चार बंधकों को छोडने में सुविधा पहुंचाने के लिए दो दिन के संघर्षविराम का सुझाव दिया गया है। इसके बाद स्थायी संघर्षविराम स्थापित करने के लिए दस दिनों तक वार्ता होगी।
इस पहल के लिए इस्राइल की सुरक्षा व्यवस्था और कई मंत्रियों से समर्थन मिलने के बावजूद नेतन्याहू इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि वार्ता हमला जारी रहने के दौरान ही होगी। संघर्षविराम लागू करने की पहल का नेतृत्व अमरीका, मिस्र और कतर ने किया। लेकिन नेतन्याहू का संघर्षविराम समझौते को मानने से इंकार करने के कारण कैदियों की अदला बदली रूक गई। पिछले साल अक्तूबर महीने में हमास द्वारा सीमापार घुसपैठ के बाद संघर्ष की शुरूआत के समय से इस्राइली सेना गजा में लगातार हमले कर रही है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा तत्काल संघर्षविराम लागू करने के आह्वान के बावजूद इस्राइली सेना के हमले जारी हैं।