ईरान ने यमन की राजधानी सना और सादा प्रांत पर अमरीका के घातक हवाई हमले की कड़ी निंदा की है। इसमें वह केंद्र भी शामिल है जहां अफ्रीकी प्रवासी रखे गए थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने एक बयान में रविवार को हुई बमबारी की निंदा की है। इस बमबारी में सादा के हिरासत केंद्र में रखे गए 68 अफ्रीकी प्रवासियों सहित लगभग 78 लोग मारे गए और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। बाघेई ने नागरिकों के ठिकानों, प्रमुख बुनियादी ढांचों और यमन के विभिन्न हिस्सों में लोगों के घरों पर अमरीकी सैन्य हमलों को युद्ध अपराध बताया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों की खामोशी की आलोचना की है। उन्होंने इस कानून-भंग और यमन की संप्रभुता और अखंडता के लगातार उल्लंघन के प्रति अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की उदासीनता की भी आलोचना की है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन के अनुसार, यमन, देश में वर्षों से चल रहे गृहयुद्ध के बावजूद, अफ्रीका के हॉर्न और सऊदी अरब के बीच यात्रा करने वाले हजारों प्रवासियों के लिए एक पारगमन देश बना हुआ है।
15 मार्च को यमन में हौति के ठिकानों पर वाॉशिगटन द्वारा फिर से हवाई हमले शुरू करने के बाद हौति गुट और अमरीकी सेना के बीच तनाव काफी बढ़ चुके हैं।