विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज कहा कि भारत साइप्रस की संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा समर्थन करता है। डॉ. जयशंकर ने आज नई दिल्ली में साइप्रस के विदेश मंत्री डॉ. कॉन्स्टेंटिनोस कोम्बोस के साथ बैठक में सीमापार आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में साइप्रस के निरंतर समर्थन की सराहना भी की।
उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले का कड़ा विरोध करने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए साइप्रस सरकार को धन्यवाद दिया।
डॉ. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता और परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में सदस्यता का निरंतर समर्थन करने के लिए भी साइप्रस का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि साइप्रस अगले वर्ष पहली जनवरी से यूरोपीय संघ परिषद की अध्यक्षता संभालने जा रहा है।
विदेश मंत्री ने कहा कि साइप्रस और यूरोपीय संघ के साथ संबंध सुदृढ़ करना भारत की हमेशा से प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि भारत और साइप्रस भरोसेमंद मित्र और विश्वसीय भागीदार है। उन्होंने कहा कि ये संबंध अब समग्र भागीदारी के रूप में विकसित हो चुके है। डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और राष्ट्रमंडल संस्थाओं सहित क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों में भी सहयोग करता है।
विदेश मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस वर्ष जून में साइप्रस यात्रा के दौरान समग्र भागीदारी कार्यान्वयन पर संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया गया था। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने भारत-साइप्रस संयुक्त कार्य योजना 2025-29 तैयार की है, जिसकी समीक्षा आज की जाएगी।
 
									