भारत और अंगोला ने कृषि, पारंपरिक चिकित्सा और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौतों का आदान-प्रदान किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अंगोला के राष्ट्रपति जोंआओ मनुएल गोंजाल्वेस लोरेंसो के बीच नई दिल्ली में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद इन समझौतों का आदान-प्रदान किया गया। विदेश मंत्रालय के सचिव दम्मू रवि ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि अंगोला, भारत से रक्षा उपकरण खरीदेगा। श्री रवि ने यह भी उल्लेख किया कि खरीदे जाने वाले सामान के संबंध में भारतीय निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के साथ पहले से ही चर्चा चल रही है।
विदेश मंत्रालय के सचिव ने यह भी बताया कि अंगोला के राष्ट्रपति ने भारतीय धरती पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है और भारत के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें मौजूदा संबंधों का आकलन और सहयोग के नए तथा भविष्य के क्षेत्रों का पता लगाना शामिल है। दम्मू रवि ने कहा कि 2017 में पदभार संभालने के बाद से यह राष्ट्रपति लोरेंसो की पहली यात्रा है। यह अवसर भारत और अंगोला के राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ और स्वतंत्रता के बाद से अंगोला की 50वीं वर्षगांठ का भी प्रतीक है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंगोला के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद इस बात की पुष्टि की कि आतंकवाद मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है । उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर अंगोला की संवेदनाओं के लिए आभार व्यक्त किया।
श्री मोदी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में, आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने सीमा पार आतंकवाद से निपटने में अंगोला के समर्थन के लिए उसे धन्यवाद दिया। श्री मोदी ने कहा कि भारत और अंगोला दोनों इस पर सहमत हैं कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंगोला की सेनाओं के आधुनिकीकरण के लिए बीस करोड़ डॉलर की रक्षा ऋण को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि भारत को, अंगोला के सशस्त्र बलों के प्रशिक्षण में सहयोग करने में खुशी होगी।
श्री मोदी ने कहा कि भारत और अंगोला इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, लेकिन भारत और अंगोला के बीच संबंध पुराने हैं। उन्होंने अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता के लिए अंगोला को शुभकामनाएं दीं। श्री मोदी ने इसे भारत के लिए गर्व की बात बताया कि भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ को जी-20 में स्थायी सदस्यता प्रदान की गई। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और अफ्रीकी संघ प्रगति में भागीदार हैं और वैश्विक दक्षिण के स्तंभ हैं।
राष्ट्रपति लोरेंसो ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 38 वर्ष में पहली बार हो रही यह राजकीय यात्रा अंगोला के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने भारत और अंगोला के बीच मित्रता और सहयोग को मजबूत करने में इस यात्रा को महत्वपूर्ण बताया। राष्ट्रपति लोरेंसो ने भारत की मेहमानवाजी और गर्मजोशी से स्वागत के लिए अपने प्रतिनिधिमंडल की ओर से गहरी प्रशंसा की।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आज सवेरे राष्ट्रपति लोरेंसो से मुलाक़ात की। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि वे भारत के प्रति उनकी गर्मजोशी भरी भावनाओं, और साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए उनके मार्गदर्शन को महत्व देते हैं। डॉ. जयशंकर ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रपति लोरेंसो की बातचीत भारत-अंगोला और भारत-अफ्रीका संबंधों के लिए विकास के नए रास्ते तैयार करेगी।
अंगोला के राष्ट्रपति कल तीन दिन की भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। आज सवेरे नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उनका औपचारिक स्वागत किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री मोदी ने अंगोला के राष्ट्रपति का स्वागत किया। राष्ट्रपति लोरेंसो ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज बाद में अंगोला के राष्ट्रपति के साथ चर्चा करेंगी। उनके सम्मान में राष्ट्रपति भवन में रात्रि भोज का आयोजन भी किया जा रहा है।
कल, राष्ट्रपति लोरेंसो नई दिल्ली में एक व्यावसायिक कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दोनों देशों के बीच निवेश और वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देना है।