अक्टूबर 21, 2024 3:48 अपराह्न | HIMACHAL PRADESH NEWS

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मशीनी युग में व्यक्ति श्रम न होने से  मोटापा बढ़ने से शुगर, बीपी, कोलेस्ट्रॉल जैसी गंभीर बीमारियां से खतरा

कुल्लू जिला मुख्यालय देव सदन के सभागार में आरोग्य भारती के द्वारा प्रबुद्ध जन गोष्ठी का आयोजन किया गया इस मौके पर आरोग्य भारती के संयोजक उत्तर व राजस्थान क्षेत्र संजीवन कुमार ने बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की।  इस गोष्ठी में सैकड़ो प्रबुद्ध जनों ने भाग लिया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता संजीवन कुमार ने आरोग्य भारती के समाज को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी ।  इस दौरान उन्होंने प्रबुद्ध जनों को भारतीय प्राचीन चिकित्सा पद्धति के द्वारा समाज को स्वस्थ रहने के लिए भी टिप्स दिए।

 संयोजक आरोग्य  भारती ( उतर व राजस्थान क्षेत्र) मुख्य वक्ता  संजीवन कुमार ने कहा आरोग्य भारती धन्वंतरि जयंती 2002 में एक सामाजिक संगठन की स्थापना हुई थी ।  उन्होंने कहा कि समाज को स्वस्थ बनाने और जागृति लाने के लिए पूरे देश भर में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि आरोग्य भारती का उद्देश्य है कि समाज को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है और व्यक्ति बीमार नहीं होना चाहिए ।  उससे पहले समाज स्वास्थ्य के प्रति समझदार और जागरूक हो जाए कि वह बीमारी होने की नौबत ना आए। उन्होंने कहा की आरोग्य भारती पूरे देश भर में 930 जिलों में से 90% जिलों में आरोग्य भारती का काम पहुंच गया है और धीरे-धीरे व्यवस्थित हो रहा है।  उन्होंने कहा कि सभी प्रति में आरोग्य भारती लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे हैं, जिसके लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं उन्होंने कहा कि आरोग्य भारती जहां डॉक्टर का मार्गदर्शन लेते हैं। समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि आज उन्होंने कहा कि आज लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी होने से भोजन अच्छा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में आधुनिक सुविधाएं सीटी स्कैन अल्ट्रासाउंड एमआरआई श्रेष्ठ टैस्ट की  मशीन उपलब्ध है और और स्वास्थ्य संस्थानों में इंफ्रास्ट्रक्चर भी अच्छा हो गया है परन्तु उसके बावजूद भी रोगों की संख्या बढ़ रही है ।  उन्होंने कहा कि समाज की जीवन शैली है उसमें बदलाव आ गया है और आज मशीनी युग में व्यक्ति श्रम नहीं कर रहा है शरीर श्रम मांगता है और उससे ऊर्जा से सदुपयोग या पसीना नहीं निकाला तो उसे खाना अच्छा खाने से मोटापा बढ़ रहा है।  शुगर, बीपी, कोलेस्ट्रॉल से समाज बीमार हो रहा है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे बच्चे नशे में आकर अपना स्वास्थ्य खराब कर रहे हैं और समाज को बचाना है तो विद्यालयों में विद्यार्थियों को भी प्रबोधन जरूरी है। उन्होंने कहा कि आरोग्य भारती यह जानती है कि जो भारतीय स्वास्थ्य की उपचार की पट्टी है चाहे नाड़ी वैद्य,मंत्र चिकित्सा, औषधीय पौधों जड़ी बूटियां भी खत्म हो रही है जड़ी बूटियां के संरक्षण के लिए भी कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व योग दिवस मना रहा है और आरोग्य भारती यह भी मानती है कि योग चिकित्सा से व्यक्ति के स्वास्थ्य कार्य तरीके से स्वस्थ रखती है ।  उन्होंने कहा कि इसलिए नित्य व्यायाम योगाभ्यास प्राणायाम करना जिससे शरीर स्वस्थ रहता है व्यक्ति का मन शांत रहता है व्यक्ति का मन शांत रहता है तो परिवार का वातावरण भी अच्छा बन जाता  है ।  उन्होंने कहा कि आरोग्य भारती प्रकृति को भी समृद्ध देखना चाहती है और प्राणियों को भी स्वस्थ रखना चाहती है उन्होंने कहा कि प्रकृति से हमारा भी स्वास्थ्य जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब गांव शहर जिला तहसील स्वस्थ होगा तो ही हमारा राष्ट्र स्वस्थ होगा और राष्ट्र उन्नति कर सकता है और हर व्यक्ति देश के तरक्की में योगदान कर सकता है ।  उन्होंने कहा कि लिए सारा समाज स्वस्थ हो स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो और हमारे देश में पहले दादी और नानी के नुस्खे लोग सुनते थे लेकिन आज हमारी माताएं बहने उन नुस्खाओं को भूल गई है और विरुद्ध आहार खाने से बीमार हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि आरोग्य भारती समाज में होलिस्टिक अप्रोच लेकर चलती है चाहे  एलोपैथी हो , होम्योपैथी हो , नेचुरल पैथी है या फिजियोथैरेपी और भी कोई उपचार है उन सभी का सहकार लेकर समाज के स्वास्थ्य के लिए काम करना है और गांव-गांव में स्वास्थ्य की जानकारी रखने वाले आरोग्य मित्र निर्माण हो। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में भी भारतीय जीवन शैली ने पूरे विश्व को मार्गदर्शन दिया है और आज के युग में भारत को आगे बढ़ाना है तो स्वस्थ समाज ही स्वस्थ राष्ट्र को निर्माण कर सकता है।