भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 56वें संस्करण का आज दूसरा दिन है। फिल्मों से जुड़ी हुई गतिविधियां सुबह से ही चल रही हैं। पणजी स्थित कला अकादमी में सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने प्रतिष्ठित मास्टरक्लास श्रृंखला का शुभारंभ किया।
डॉ एल मुरुगन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष का इफ्फी इसलिए भी ख़ास है क्योंकि 50 महिला निर्देशकों को अपनी कला प्रदर्शित करने का अवसर दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश कि युवा प्रतिभा को सामने लाने के लिए कई प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर प्रसिद्ध फिल्ममेकर मुजफ्फर अली भी कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने उद्घाटन के तुरंत बाद इफ्फी 2025 की पहली मास्टरक्लास शुरू की। इस दौरान मुजफ्फर अली ने ‘उमराव जान’, ‘गमन’ और ‘आगमन’ जैसी कालजयी फिल्मों से जुड़े अपने अनुभव साझा किये।
इस मौके पर उनके पुत्र शाद अली ने भारतीय सिनेमा की परंपरा, बदलते दौर और समाज व संस्कृति पर फिल्मी अभिव्यक्तियों के प्रभाव पर अपने विचार व्यक्त किए।