आयुष मंत्रालय और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद – आईसीएमआर कल से भुवनेश्वर में आयुर्वेद के माध्यम से यकृत-पित्त स्वास्थ्य पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करेगी। इस संगोष्ठी का उद्देश्य इस क्षेत्र में वैज्ञानिक संवाद को बढ़ावा देना और समृद्ध बनाना है।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में पाँच प्रमुख विषयों पर विचार-विमर्श होगा, जिससे यकृत और पित्त संबंधी स्वास्थ्य में सहयोगात्मक अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। इसमें आधुनिक और पारंपरिक चिकित्सा के प्रमुख विशेषज्ञ, प्रख्यात वैज्ञानिक, चिकित्सक, शिक्षाविद और कई अन्य प्रतिष्ठित प्रतिनिधि भाग लेंगे।