विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि 1975 में लगाया गया आपातकाल देश और समाज का मनोबल तोड़ने के लिए लगाया गया था। आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपातकाल ने लोगों को यह आभास कराया कि स्वतंत्रता को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
श्री जयशंकर ने कहा कि जब परिवार को देश से आगे रखा जाता है, तब आपातकाल जैसी परिस्थितियाँ पैदा होती हैं। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि आपातकाल के दो वर्ष के दौरान पाँच संवैधानिक संशोधन किए गए और 48 अध्यादेश पारित किए गए।