दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर आज खतरे के निशान को पार कर गया। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही वर्षा से जलस्तर बढ रहा है। दोपहर तीन बजे की सूचना के अनुसार पुराने लोहे पुल के पास नदी का जलस्तर बढकर 207 दशमलव नौ मीटर तक पहुंच गया है।
पुराना लोहे का पुल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। साथ ही यमुना बाज़ार, मयूर विहार, गीता कॉलोनी और मजनू का टीले पर भी जलस्तर बढ़ गया है। इसी कारण एहतियात के तौर पर निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
सूचना के अनुसार हथिनी कुंड बैराज से आज दिल्ली में काफी पानी छोड़ा गया। हालांकि इसमें से अधिकांश मात्रा में पानी ओखला बैराज के द्वारा हरियाणा और उत्तर प्रदेश में प्रवाहित कर दिया गया, जिससे राजधानी में जलभराव की समस्या कम हो।
दिल्ली के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री परवेश साहिब सिंह ने आज सवेरे आईटीओ पुल का दौरा किया और स्थिति की समीक्षा की। पत्रकारों से बातचीत में श्री सिंह ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दिल्ली में पिछले छह महीनों में नये चैनल बनाकर यमुना नदी की जल-धारण क्षमता में वृद्धि की है।
वहीं, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल-एनडीआरएफ ने यमुना बाजार, नजफगढ़ और जैतपुर में बचाव कार्यों के जरिए अब तक पांच लोगों को बचाया है। 626 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया गया है और करीब 13 जानवरों को भी बचाया गया है। एनडीआरएफ के उप-महानिरीक्षक मोहसिन शहीदी ने बताया कि यमुना नदी के किनारे एनडीआरएफ की चार टीमें तैनात की गई हैं और लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है।
जान की क्षति को रोकने के साथ-साथ सरकार और विभिन्न विभाग पीडि़तों को सहायता प्रदान करने में लगी हुई है। दीपेन्द्र की रिपोर्ट के साथ प्रादेशिक समाचार के लिए दिलनशी आरजू।