दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने आज मैत्रेयी कॉलेज में आयोजित स्पेशल ओलंपिक्स भारत राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप का उद्घाटन किया।
उन्होंने बताया कि यह खेल प्रतियोगिता स्पेशल ओलंपिक्स भारत – दिल्ली द्वारा खेल प्राधिकरण- साई तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित की जा रही है। इस राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में देशभर से आए दिव्यांग प्रतिभागी अपनी प्रतिभा और खेल कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर श्री सूद ने कहा कि इन विशेष बच्चों में उत्साह और उमंग की लहर प्रेरणादायक है और अंतरराष्ट्रीय खेलों के मंच पर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा की भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 29 पदक जीतकर यह सिद्ध किया है कि भारतीय प्रतिभा असीमित है। श्री सूद ने बताया कि स्पेशल ओलंपिक भारत की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है जिसने खेलों के माध्यम से इन्क्लूज़न और कॉन्फिडेंस की नई परंपरा स्थापित की है।
श्री सूद ने यह भी कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में प्रतिभाशाली खिलाडि़यों को उपयुक्त संसाधन सुनिश्चित किये जाए। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार विशेष बच्चों की सतत कोचिंग के लिए स्टेडियम और रेजिडेंशियल स्पोर्ट्स फैसिलिटी विकसित करेगी। खेल की भावना को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेल सामग्री पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया जिससे खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिलेगी।
दिल्ली सरकार विशेष बच्चों की व्यक्तिगत स्पर्धाओं में गोल्ड विजेताओं को 15 लाख, सिल्वर विजेताओं को 12 लाख और ब्रॉन्ज विजेताओं को ₹8 लाख देगी। इसी प्रकार टीम स्पर्धा में गोल्ड टीम को 20 लाख, सिल्वर टीम को 15 लाख, ब्रॉन्ज टीम को 10 लाख और भागीदारी करने वाली टीम को 2 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा।