मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आज लखनऊ में पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों के वर्दी भत्ते में 70 प्रतिशत की वृद्धि के साथ-साथ बैरक में रहने वाले आरक्षियों के आवास भत्ते में 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी सहित अन्य मदों के लिये अगले वित्तीय वर्ष के बजट में दस करोड़ रुपये की वृद्धि की घोषणा की। इन सभी पर प्रदेश सरकार 115 करोड़ रुपये खर्च करेगी। मुख्यमंत्री ने बहुमंजिला आवास और प्रशासनिक भवन के रख रखाव के लिये एक हजार 380 करोड़ रुपये के कॉरपस फंड की भी घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा, पुलिस बल के समस्त कर्मियों को वर्दी भत्ता प्रदान किए जाने का प्रावधान है। पिछली बार 2019 में इस भत्ते में बढ़ोतरी की गई थी। वर्तमान प्रवेश में वर्दी की खरीद और रखरखाव में आ रहे खर्च को ध्यान में रखते हुए प्रस्ताव के अनुसार उसमें बढ़ोतरी किए जाने की घोषणा की जाती है। खर्च में लगभग सत्तर फीसदी की वृद्धि की जाती है जिसमें अट्ठावन करोड़ रुपये का फिक्स व्यय भार आएगा जिसका वहन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।
पुलिस विभाग के कार्य की आकस्मिकता के अनुसार मुख्य आरक्षी और आरक्षी के लिए बैरक में रहना एक प्रावधान है। लगभग एक लाख से ज्यादा ऐसे कर्मियों के लिए पूर्व में पुलिस एकोमोडेशन अलाउंस की व्यवस्था की गई थी। इस भत्ते में प्रस्तावानुसार बढ़ोतरी की घोषणा की जाती है। इससे पुलिस बल के पच्चीस प्रतिशत से ज्यादा अल्प वेतन भोगी कार्मिक लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री ने पुलिस शहीद स्मारक पर दिवंगत पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने कर्तव्य पालन करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। इस दौरान उन्होंने शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों को सम्मानित भी किया। इसी क्रम में प्रदेशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रमों का आयोजन कर शहीद पुलिसकर्मियों को याद किया गया।