मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज तालकटोरा स्टेडियम में शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर एनडीएमसी की नई शैक्षिक पहल – विकास भी, विरासत भी का शुभारंभ किया।
इस पहल के तहत एनडीएमसी स्कूलों में नए पाठयक्रम को जोडा गया है जिससे 28 हजार से अधिक छात्र लाभान्वित होंगे। यह पहल प्राकृतिक परिवेश में सीखने, योग और कल्याण शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और प्रकृति आधारित शिक्षा, भारतीय दर्शन और गुरु-शिष्य परंपरा को समझने, भाईचारे, करुणा और सम्मान के शाश्वत मूल्यों को स्थापित करने पर केंद्रित होगी। इस दौरान श्रीमती गुप्ता ने एनडीएमसी के 15 शिक्षकों को भी सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक हमारे राष्ट्र के शिल्पकार हैं। उन्होंने कहा कि आज जो मूल्य और संस्कार, शिक्षक बच्चों के जीवन में बोते हैं, वही आगे चलकर भारत के भविष्य की भव्य तस्वीर को आकार देते हैं। उन्होंने कहा कि इस नए पाठ्यक्रम का उद्देश्य केवल विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें विरासत को भी जोड़ा गया है।
यह पहल विद्यार्थियों को आधुनिक ज्ञान के साथ-साथ भारतीय संस्कृति, जीवन मूल्यों और परंपराओं से जोड़ने का कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि स्वदेशी को अपनाकर हम एक बार फिर भारत की आर्थिक और सामाजिक नींव को और सशक्त बना सकते हैं।