बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच आंतरिक मिलीभगत है और संविधान को बचाने के लिए उनका आह्वान बेरोजगारी और गरीबी जैसे गंभीर मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने का एक प्रयास है क्योंकि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने एक-दूसरे पर संविधान को कुचलने का आरोप लगाया है।
हमारे संवाददाता ने बताया कि आज लखनऊ में मीडिया को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि संसद के अंदर और बाहर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच संविधान की प्रति दिखाने की होड़ लगी हुई है। ये सभी लोग एक ही सिक्के के दो पहलू प्रतीत होते हैं और इनकी सोच भी लगभग एक जैसी ही प्रतीत होती है और इन दोनों ने मिलकर अब इस संविधान में कई संशोधनों के माध्यम से इसे काफी हद तक जातिवादी, सांप्रदायिक और पूंजीवादी संविधान बना दिया है।