देश के सभी राज्यों ने आपातकालीन उपायों, संसाधन तैनाती और उच्च-स्तरीय सुरक्षा समीक्षा के साथ अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून में एक उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को हर स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए। श्री धामी ने संबंधित अधिकारियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही वहां तैनात प्रशासनिक इकाइयों को अलर्ट रहने को कहा। उन्होंने राज्य के सभी अस्पतालों में पर्याप्त जीवन रक्षक दवाओं, सर्जिकल उपकरणों और अन्य आवश्यक चिकित्सा संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग को राज्य में आवश्यक खाद्य सामग्री, राशन और पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने को भी कहा। उन्होंने सूचना विभाग को अफवाहों को फैलने से रोकने और जनता को समय पर सूचना उपलब्ध कराने में तत्परता से काम करने के निर्देश दिए।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि राज्य सरकार ने नौ ड्रोन रोधी प्रणालियां खरीदने का निर्णय किया है। इन्हें नार्को-आतंकवाद पर नजर रखने के लिए राज्य के छह सीमावर्ती जिलों में तैनात किया जाएगा। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने आतंक पीड़ितों और युद्ध में घायल नागरिकों को ‘फरिश्ते योजना’ में शामिल करने का निर्णय किया है। इसके अंतर्गत किसी भी अस्पताल में नि:शुल्क उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।
वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने और राशन भंडार की उपलब्धता सहित अन्य तैयारियों की समीक्षा करने के लिए आज मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई थी। आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य के मंत्री सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में प्रशासनिक तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए सभी वरिष्ठ अधिकारियों विशेषकर, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभागों के अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बैठक में राज्य की सुरक्षा तैयारियों की व्यापक समीक्षा की। बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। श्री फडणवीस ने आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कई निर्देश जारी किए। इनमें हर जिले में मॉक ड्रिल आयोजित करने, ब्लैकआउट के दौरान अस्पतालों के साथ समन्वय, वैकल्पिक बिजली स्रोतों से आवश्यक सेवाओं का रखरखाव और सख्त ब्लैकआउट प्रोटोकॉल को लागू करना शामिल है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य की सतर्कता और तैयारियों की समीक्षा के लिए आज गांधीनगर में उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती जिलों कच्छ, बनासकांठा, पाटन और जामनगर के प्रशासन, पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुरक्षा और चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी ली। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर वर्तमान स्थिति को देखते हुए गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने 15 मई तक सभी सार्वजनिक और निजी कार्यक्रमों में पटाखों और ड्रोन पर प्रतिबंध की घोषणा की।
इस बीच, गुजरात पुलिस ने सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने के इरादे से राष्ट्र विरोधी भावनाएं फैलाने के आरोप में चार प्राथमिकी दर्ज की हैं। नागरिकों से बिना किसी भय या घबराहट के समय-समय पर अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों से बचने का अनुरोध किया गया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीमावर्ती इलाकों में तनाव को देखते हुए आज जयपुर में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक की। मंत्रिमंडल ने राज्य के सीमावर्ती इलाकों में तैयारियों की समीक्षा की। बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने बताया कि सीमावर्ती जिलों में चिकित्सा, ईंधन, खाद्यान्न और अन्य आवश्यक वस्तुओं का भंडारण किया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हालात को देखते हुए सीमावर्ती जिलों में कई कदम उठाए जा रहे हैं। बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, फलौदी, जोधपुर और श्रीगंगानगर में अगले आदेश तक रात में ब्लैकआउट रहेगा।