वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि भारत यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि वैश्विक विकास प्रशासन को आकार देने में ग्लोबल साउथ बड़ी भूमिका निभाए।
ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में वित्त मंत्रियों के सत्र में श्रीमती सीतारामन ने सामूहिक प्रभावों को अधिकतम करने के लिए सभी देशों से निरंतर सहयोग की मांग की। उन्होंने विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को विकास लक्ष्यों को हासिल करने से रोकने वाली एक गंभीर चुनौती की ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में कई सतत विकास लक्ष्यों का कार्यान्वयन नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि विकासशील देशों के लिए इन लक्ष्यों के वित्तपोषण का अंतर सालाना चार ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है।