56वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में आज एक जीवंत उत्सव मनाया गया। इसमें आईएफएफआईएस्टा ने गोवा में संगीत, संस्कृति और सिनेमाई संवाद का माहौल तैयार किया।
दूरदर्शन और वेव्स ओटीटी द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में आयोजित आईएफएफआईएस्टा ने सिनेमा को लाइव प्रदर्शन और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के साथ जोड़ने की परंपरा को जारी रखा। इस कार्यक्रम में अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि दूरदर्शन ने कई पीढ़ियों को सिनेमा की दुनिया से परिचित कराया और भारतीय रचनात्मक स्मृति को स्थायी बताया। दूरदर्शन के महानिदेशक ने डिजिटल बदलाव के साथ सुरक्षित और पारिवारिक मनोरंजन प्रदान करने में वेव्स ओटीटी की भूमिका को रेखांकित किया।
दक्षिण कोरियाई सांसद जेवोन किम द्वारा वंदे मातरम गायन और उसके बाद गायक-गीतकार ओशो जैन द्वारा लाइव प्रस्तुति के साथ शाम का माहौल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाया रहा। आईएफएफआई के दूसरे दिन बैंड्स की लड़ाई और वाह उस्ताद जैसे खंड प्रदर्शित किए गए। इसमें कलाकारों और दर्शकों दोनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
आईएफएफआई के तीसरे दिन प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की लोक विरासत को उजागर किया गया। दर्शकों को जीवंत परंपराओं से जोड़ा गया और इस उत्सव को क्षेत्रीय लय के उत्सव में बदल दिया गया।
एक वार्तालाप सत्र में फिल्म निर्देशक शेखर कपूर और बर्लिनले की निदेशक ट्रिशिया टटल ने कहानी कहने पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता -एआई के प्रभाव पर चर्चा की और इस बात पर ज़ोर दिया कि मानवीय कल्पना हमेशा सिनेमा के केंद्र में रहेगी। आज दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेताओं और भारत की सिनेमाई विरासत का जश्न मनाते हुए लीजेंड्स ऑफ इंडियन सिल्वर स्क्रीन पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
संगीत से लेकर सार्थक संवाद तक आज के दिन आईएफएफआई की गतिशील भावना को प्रतिबिंबित किया गया जहाँ संस्कृति और तकनीक का मिलन देखने को मिला।
Site Admin | नवम्बर 22, 2025 9:15 अपराह्न | iffi
56वें IFFI में सिनेमा, संगीत और संस्कृति का उत्सव