38वें राष्ट्रीय खेल के आयोजन में पर्यावरण सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ग्रीन फायरवक्र्स और कोल्ड पाइरोज़ का उपयोग किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य प्रदूषण को कम करना और खेलों को अधिक पर्यावरण-अनुकूल बनाना है। इस नवाचार से राज्य सरकार को उम्मीद है कि यह भविष्य के आयोजनों के लिए एक मिसाल बनेगा।
परंपरागत पटाखों की तुलना में ग्रीन फायरवक्र्स कम हानिकारक गैसों का उत्सर्जन करते हैं और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इन पटाखों में रसायनों का प्रयोग सीमित किया गया है, जिससे कार्बन फुटप्रिंट भी कम होता है।
इसके अलावा, कोल्ड पाइरोज़ का उपयोग किया जा रहा है, जो पारंपरिक आतिशबाज़ी की तुलना में कम धुआं और गर्मी उत्पन्न करते हैं, जिससे पर्यावरण को कम नुकसान होता है।