18वांँ प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन आज भुवनेश्वर में शुरू हो रहा है। 75 देशों से लगभग छह हजार भारतवंशी सम्मेलन के लिए स्वदेश आ रहे हैं। ओडिशा सरकार अनिवासी भारतीयों के समक्ष राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत की झलक प्रस्तुत करेगी। सम्मेलन का शुभांरभ युवा प्रवासी भारतीय दिवस से होगा।
राज्य सरकार ने युवा कार्य और खेलकूद मंत्रालय के सहयोग से इसका आयोजन किया है। केंद्रीय मंत्री एस. जयशंकर, पवित्रा मार्गेरिटा, मनसुख मांडविया और रक्षा निखिल खाद्य से तथा ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी आज प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल सम्मेलन में भाग लेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शुक्रवार को समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी। वे विभिन्न क्षेत्रों में भारतवंशियों की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान करेंगी। त्रिनिदाद और टौबेगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कैंगलू सम्मेलन की मुख्य अतिथि होंगी।
इस वर्ष की थीम है विकसित भारत के लिए भारतवंशियों का योगदान। सुश्री कैंगलू सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतवंशियों के लिए विशेष पर्यटक रेलगाड़ी- प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को वर्चुअली रवाना करेंगे।
यह विशेष रेलगाड़ी दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होगी और तीन सप्ताह तक विभिन्न गंतव्यों की यात्रा करेगी। प्रधानमंत्री सम्मेलन स्थल पर चार प्रदर्शनियों का भी शुभारंभ करेंगे।
ये प्रदर्शनी रामायण की विरासत, प्रौद्योगिकी और विकसित भारत में भारतवंशियों का योगदान, मांडवी से मस्कट तक प्रवासी भारतीय तथा ओडिशा की विरासत और संस्कृति पर आयोजित होंगे। सम्मेलन में पांच विषयों पर पूर्ण सत्रों का भी आयोजन होगा।