18वीं लोकसभा के नए अध्यक्ष के रूप में एक बार फिर भाजपा सांसद ओम बिरला आज ध्वनिमत से चुन लिए गए हैं। श्री बिरला पिछली लोकसभा में भी अध्यक्ष थे। विपक्ष ने इस पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उसने सदन में मत विभाजन की मांग नहीं की। चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू श्री बिरला को अध्यक्ष के आसन तक ले गए।
इससे पहले, जब आज सुबह सदन की बैठक शुरू हुई, तो प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के 12 अन्य नेताओं ने श्री बिरला को अध्यक्ष के रूप में चुनने के लिए प्रस्ताव पेश किया। विपक्ष की ओर से शिवसेना (यूबीटी) नेता अरविंद सावंत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की सुप्रिया सुले और समाजवादी पार्टी के आनंद भदौरिया ने श्री सुरेश के पक्ष में प्रस्ताव पेश किया।
अपने संबोधन में श्री ओम बिरला ने दोबारा सदन के अध्यक्ष के रूप में काम करने का अवसर देने और उन पर विश्वास जताने के लिए सदन के सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया। श्री बिरला ने कहा कि 18वीं लोक सभा हमारे नए वीजन और नए संकल्प की सभा होनी चाहिए। देश के समक्ष ज्वलंत मुद्दों पर सार्थक चर्चा और संवाद हो। विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की इच्छा शक्ति के साथ हम सभी काम करें।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने श्री बिरला को उनके निर्वाचन पर बधाई देते हुए कहा, श्री बिरला के दूसरी बार निर्वाचित होने से आज इतिहास बना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सांसद के रूप में श्री बिरला के कार्य नये सदस्यों के लिए प्रेरणास्रोत होंगे। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने श्री बिरला को बधाई देते हुए कहा कि यह सदन लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने श्री बिरला को सदन के सुचारू संचालन में विपक्ष के सहयोग का आश्वासन दिया।