हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की तीन घटनाओं में 47 लोग अभी भी लापता हैं जिनकी तलाश की जा रही है। बुधवार रात को हुई मंडी, शिमला और कुल्लू में बादल फटने की घटनाओं भारी तबाही हुई। शिमला ज़िला के समेेज में 33 लोग लापता जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है इसके अलावा कुल्लू में 9 और मंडी में 5 लोग लापता हैं। अभी तक छ लोगों के शव भी बरामद किए गए हैं जिनमें 5 मंडी और एक कुल्लू का हैं। फिलहाल सेना, एनडीआरएफ एसडीआरएफ सहित स्थानीय प्रशासन के 400 अधिक जवान सर्च अभियान में जुटे हैं।
प्रदेश सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा ने शिमला में बताया कि मॉनसून सीज़न में अब तक लगभग 655 करोड़ का नुकसान प्रदेश को हुआ है। मॉनसून सीज़न में कुल 144 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है जिसमें 77 मॉनसून कर कारण की काल का ग्रास बने हैं। कुल्लू, मंडी और शिमला के रामपुर समेज में सर्च अभियान जोरों पर हैं और लगभग 85 किलो मीटर तक सर्च अभियान को चलाया जा रहा है ताकि लापता लोगों को जल्द से जल्द खोज कर उनके शवों को अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सौंपा जा सके। सर्च अभियान में रामपुर समेज में सबसे ज्यादा 301 जवान तैनात किए गए हैं जिनमें 110 सेना,67 एनडीआरएफ, 30 आईटीबीपी और 69 पुलिस के जवान शामिल हैं इसके अलावा कुल्लू में 39 और मंडी में 70 जवान तलाशी अभियान में जुटे हैं।