सोलन में गणेश चतुर्थी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सोलन में भगवान श्री गणेश की विशाल शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। सोलन के लक्कड़ बाजार में शोभायात्रा के बाद गणेश जी की स्थापना की गई। भारी संख्या में भक्त इस भव्य शोभा यात्रा के साक्षी बने। शोभा यात्रा के बाद रिद्वी सिद्वी के दाता भगवान गणेश जी की मूर्ति की लक्कड़ बाजार में स्थापना की गई। नौ दिन बाद इस मूर्ति को गंगा जी में विसर्जित किया जाएगा।
गणेश चतुर्थी का लोगो में खासा उत्साह देखने को मिला। लोगों ने विधिवत गणेश जी पूजा अर्चना की व उन्हे मोदक, केले का भोग लगाया। हर शुभ कार्य करने से पहले गणेश जी की पूजा अर्चना की जाती है जिस से कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।
उल्लेखनीय है कि गणेश चतुर्थी के दिन रात के समय चंद्रमा को देखना वर्जित माना गया है। मान्यता है कि आज यदि कोई चंद्रमा को देखता है तो उसपर झूठे कलंक सहित झूठे इल्जाम लगते है। भगवान श्री कृष्ण पर भी कंलक चतुर्थी का चंद्रमा देखने के कारण झूठे आरोपों का सामना करना पड़ा था, तो आमजन की तो बात ही क्या है। शास्त्र बताते है कि आज के दिन चंद्रमा को भूल कर भी नहीं देखना चाहिए। वरना रोग, कष्ट इत्यादि सहित विभिन्न सी समस्याएं उत्पन्न होती है।
दुर्गा सेवा समिति के सदस्य प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने गणेश उत्सव धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। गणेश जी की मूर्ति की विधिवत पूजा अर्चना कर शोभायात्रा के बाद उनकी स्थापना की गई। तदोपरांत 9 दिन बाद गणेश जी को विसर्जित किया जायेगा। उन्होने बताया कि आगामी दस दिनो तक विभिन्न आयोजन इस मौके किये जायेंगे ।