सूडान की सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लगभग एक वर्ष के संघर्ष ने सूडान को विश्व के सबसे बदतर भूख संकट वाला देश बना दिया है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यालय ने बढ़ते कुपोषण के कारण होने वाली बच्चों की मृत्यु के प्रति आगाह किया है। मानवीय अभियानों की निदेशक इडेम वोसोर्नू ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को कल बताया कि सूडान की आबादी का एक तिहाई हिस्सा यानि 18 करोड़ लोग विकट खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहा है। उन्होंने हाल के मूल्यांकन का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तरी दारफुर के अल-फशीर के जमजम शिविर में हर दो घंटे में एक बच्चे की मृत्यु हो रही हे। सुश्री वोसोर्नू ने बताया कि उनके मानवीय सहयोगियों का मानना है कि आने वाले सप्ताहों या महीनों में इस क्षेत्र में कुपोषण के कारण 2.22 लाख बच्चों की मृत्यु हो सकती है।
इस्राइल-हमास का गजा में युद्ध और युक्रेन में युद्ध पर वैश्विक ध्यान का उल्लेख करते हुए उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अनदेखी के कारण सूडान में मानवीय सहायता नहीं पहुंचा पा रही है।