संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज कहा कि वैशाख बुद्ध पूर्णिमा न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि सभ्यतागत उत्सव भी है। नई दिल्ली में वैशाख बुद्ध पूर्णिमा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध की विरासत न केवल उनके पवित्र स्थलों के संरक्षक हैं, बल्कि उनकी शिक्षाओं और संदेशों का प्रसारक भी है। श्री शेखावत ने कहा कि भारत में दिए गए भगवान बुद्ध के उपदेश दुनिया भर में शांति और जागृति लेकर आए। श्री शेखावत ने कहा कि सरकार कला, वास्तुकला और अंतरराष्ट्रीय संवादों के माध्यम से भगवान बुद्ध की विरासत को संरक्षित करने, बढ़ावा देने और साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि बुद्ध की शिक्षाएं धर्म से परे हैं, भारतीय समुदाय के रूप में उनका पालन करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि देश में सात समुदाय हैं और भगवान बुद्ध हर उस धर्म का हिस्सा हैं जो शांति को कायम रखता है। उन्होंने सद्भाव और सांस्कृतिक संरक्षण के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
इस अवसर पर कार्यक्रम में दो प्रदर्शनियां भी प्रदर्शित की गईं, जो इस दिन के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को दर्शाती हैं। ये प्रदर्शनियां वियतनाम में संयुक्त राष्ट्र वेसाक दिवस 2025 समारोह का हिस्सा थीं, जो सारनाथ से बुद्ध के पवित्र अवशेषों की प्रदर्शनी के साथ-साथ चार वियतनामी शहरों में आयोजित की गई थी। इस कार्यक्रम में एशिया में बुद्ध धम्म के प्रसार पर एक वृत्तचित्र और बुद्ध के पवित्र अवशेषों की प्रदर्शनी पर एक फिल्म की स्क्रीनिंग भी शामिल थी।