संविधान दिवस के अवसर पर आज पंजाब की राजधानी चंडीगढ में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें पंजाब के राज्यपाल और केन्द्रशासित प्रदेश चंडीगढ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 25 जून, 1975 से लेकर 21 मार्च 1977 तक के आपातकाल के काले अध्याय पर बात की। उन्होंने कहा कि यह दिवस केवल उस काले अध्याय को याद करने का नहीं है, बल्कि संविधान और उसके मूलभूत मूल्यों- न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे की रक्षा की सामूहिक प्रतिबद्धता को कायम रखने का दिवस भी है।
इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, नागरिक समाज के सदस्य, युवा और विद्यार्थी भी शामिल हुए।