विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि शंघाई सहयोग संगठन को आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के मुद्दों पर अडिग रुख अपनाना चाहिए। श्री जयशंकर आज चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर की पर्यटन अर्थव्यवस्था को जानबूझकर कमज़ोर करने और धार्मिक विभाजन को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। उन्होंने हमले के दोषियों, षड्यंत्रकर्ता और धन उपलब्ध कराने वालों को जवाबदेह ठहराने पर बल दिया।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने शंघाई सहयोग संगठन में स्टार्टअप और नवाचार से लेकर पारंपरिक चिकित्सा और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे तक कई क्षेत्रों में पहल की है। उन्होंने कहा कि संगठन के भीतर सहयोग बढ़ाने, अधिक व्यापार और निवेश की आवश्यकता है।