विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने सीमा पार नदियों पर सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया है, जिसमें चीन द्वारा जल विज्ञान संबंधी आंकड़े उपलब्ध कराना भी शामिल है। उन्होंने आज पेइचिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने प्रतिबंधात्मक व्यापार उपायों और आर्थिक सहयोग में आने वाली बाधाओं का भी मुद्दा उठाया।
विदेश मंत्री ने द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के लिए सीमा पर शांति और स्थिरता के सकारात्मक प्रभाव पर प्रकाश डाला और तनाव कम करने तथा सीमा प्रबंधन के निरंतर प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने में चीन के सहयोग की सराहना की। दोनों पक्ष लोगों के बीच आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने के लिए दोनों देश की यात्रा और सीधी उड़ान संपर्क सहित अतिरिक्त कदम उठाने पर भी सहमत हुए।
पेइचिंग में चीन के विदेश मंत्री समकक्ष वांग यी के साथ बैठक के दौरान उद्घाटन भाषण में श्री जयशंकर ने कहा कि भारत-चीन संबंध धीरे-धीरे सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने पिछले नौ महीनों में द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में अच्छी प्रगति की है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोगों के बीच आदान-प्रदान को सामान्य बनाने की दिशा में उठाए गए कदम पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को बढ़ावा दे सकते हैं।