विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज कहा कि भारत दूसरों देशों के साथ अपने संबंधों को कैसे विकसित करता है, इस पर किसी भी देश का कोई नियंत्रण नहीं है।
नई दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. जयशंकर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत को भू-राजनीति में स्वतंत्र विकल्प के साथ-साथ रणनीतिक स्वायत्तता प्राप्त है। उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यात्रा से अमरीका के साथ भारत के संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा या उनके साथ अपेक्षित मुक्त व्यापार समझौते- एफ टी ए में रुकावट आएगी।
उन्होंने कहा कि अमरीकी पक्ष के साथ संवाद या बातचीत में कोई कमी नहीं है। भारत की भू-राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के बारे में विदेश मंत्री ने कहा कि एक उभरते हुए देश, जिससे और भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त करने की उम्मीद है, के लिए यह ज़रूरी है कि दूसरे देशों के साथ संबंध अच्छी स्थिति में हों। उन्होंने कहा कि देश गुटनिरपेक्ष नीति के अनुरूप अपनी स्थिति को बेहतर बनाना चाहता है और अधिक से अधिक देशों के साथ सहयोग बनाए रखना चाहता है।