प्रदेश में चार लोकसभा और छह विधानसभा उपचुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस में सियासी वार पलटवार जारी है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर प्रदेश कांग्रेस पर पलटवार किया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस अस्थिरता के कारण बौखलाहट में है। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार नहीं रहेगी। इस दौरान जयराम ठाकुर ने सिलसिलेवार तरीके से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेताओं पर पलटवार किया। नेता विपक्ष जय राम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जून माह में महिलाओं को सम्मान निधि की एक मुफ्त किस्त 3000 देने की घोषणा कर रहे हैं जो कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
जय राम ठाकुर ने कहा की भाजपा ने सरकार गिराने के कोशिश नही की बल्कि अपनी ही वजह से सरकार खतरे में पड़ी। राज्यसभा में कांग्रेस के उम्मीदवार को मिली हार के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को नैतिक जिम्मेदारी लेकर त्याग पत्र दे देना चाहिए था। खेमों में बंटी कांग्रेस के नेता भी यही चाहते थे कि हिमाचल में नेतृत्व परिवर्तन किया जाए। अलाकमान ने मुख्यमंत्री पर लोकसभा चुनावों के बाद निर्णय होगा ये कहकर कांग्रेस के नाराज़ नेताओं को शांत किया गया। उन्होंने। कहा कि महिलाओं को 1500 पंद्रह माह बाद भी वायदे के मुताबिक न देना और लोकसभा चुनावों से पहले बिना बजट में प्रावधान के 1500 की घोषणा करना महिलाओं के प्रति छल है। इसका दोष भाजपा को देना गलत है।
उपमुख्यमंत्री बार बार सरकार अस्थिर करने की बात कर रहे हैं उनको ये कहने की इसलिए जरूरत पड़ रही है कि सरकार सच में ही स्थिर नहीं है। अब कर्मचारियों के मन में डर बिठाया जा रहा है कि भाजपा आएगी तो ओपीएस बंद कर देगी लेकिन ऐसा नहीं होगा, भाजपा बदले की राजनीति नहीं करती है। हिमाचल में बिगड़े हालातों के लिए कांग्रेस सरकार खुद जिम्मेदार है। जय राम को दोष देना सही नहीं है।