जुलाई 29, 2025 4:40 अपराह्न

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति-एनईपी 2020, सभी के लिए विश्वस्तरीय शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई एक दार्शनिक रूपरेखा है- केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-एनईपी 2020, सभी के लिए विश्वस्तरीय शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई एक दार्शनिक रूपरेखा है। उन्‍होंने कहा कि यह वर्ष 2047 की विकसित भारत की परिकल्‍पना को प्राप्त करने की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण मार्ग बन गई है। नई दिल्ली में आज अखिल भारतीय शिक्षा समागम 2025 के उद्घाटन सत्र में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक परिवर्तनकारी पुनर्जागरण का प्रतिनिधित्व करती है। श्री प्रधान ने कहा कि सरकार एनईपी 2020 को कक्षाओं, परिसरों और समुदाय तक पहुँचाने में सफल रही है।

    पूर्व-विद्यालय शिक्षा के बारे में उन्होंने कहा कि देश में पहली बार पूर्व-विद्यालय, प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा एक संस्थागत ढाँचे का रूप ले रही है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह नीति एक समग्र, समावेशी और भविष्य के लिए तैयार शिक्षा प्रणाली के लिए एक मजबूत आधार स्थापित करती है। उन्‍होंने एनईपी 2020 के अग्रणी वास्तुकार डॉ. के. कस्तूरीरंगन को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

    कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी और तारा ऐप तथा माई करियर एडवाइजर ऐप का शुभारंभ किया। श्री प्रधान ने चार हजार करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न पहलों का अनावरण भी किया।

    शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी, डॉ. सुकांत मजूमदार, कई राज्यों के शिक्षा मंत्री, कुलपति और पूरे देश के प्रमुख शिक्षाविद भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। श्री चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वक्तव्य पढ़ा। उन्होंने कहा कि पिछले पाँच वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में कई सकारात्मक बदलाव आए हैं। उन्होंने कहा कि मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करने से स्कूली शिक्षा को मज़बूती मिली है। उन्‍होंने कहा कि कौशल आधारित शिक्षा पर विशेष ध्‍यान देकर, राष्ट्रीय शिक्षा नीति अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करके विद्यार्थियों के समग्र और बहुआयामी विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

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