राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज लिस्बन में पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डि सूज़ा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत और पुर्तगाल के बीच ऐतिहासिक संबंधों को आधुनिक और बहुआयामी साझेदारी के रूप में विकसित किया जा रहा है। दोनों देशों ने व्यापार में आपसी सहयोग और दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों पर सहमति व्यक्त की। भारत और पुर्तगाल ने व्यापार, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सूचना प्रौद्योगिकी, स्टार्ट–अप और नवाचार क्षेत्रों में साझेदारी मजबूत करने पर सहमति जताई है। पर्यटन, संस्कृति, शिक्षा, औषधि और अन्य क्षेत्रों में सहयोग करने पर भी सहमति व्यक्त की गई। दोनों देश संयुक्त राष्ट्र में समन्वय और सहयोग के लिए भी सहमत हुए।
राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने पुर्तगाल के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न क्षेत्रों को शामिल करते हुए व्यापक और रचनात्मक बातचीत की।
राष्ट्रपति मुर्मु और राष्ट्रपति रेबेलो डि सूज़ा ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में डाक टिकट विमोचन समारोह में भी भाग लिया। ये टिकट भारत और पुर्तगाल की समृद्ध कलात्मक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। इनमें दोनों देशों के जीवंत लोक परिधान शामिल हैं। इसमें राजस्थान की विशिष्ट कालबेलिया पोशाक और पुर्तगाल की पारंपरिक वियाना डो कास्टेलो पोशाक शामिल है।
इससे पहले दिन में राष्ट्रपति मुर्मु ने पुर्तगाल के राष्ट्रीय कवि लुइस वाज़ डे कैमोस की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति मुर्मु पुर्तगाल और स्लोवाकिया की राजकीय यात्रा के पहले चरण में आज सुबह लिस्बन पहुंचीं थीं।
राष्ट्रपति की यात्रा भारत और पुर्तगाल के राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 साल पूरे होने के समय में हो रही है। राष्ट्रपति, भारत और पुर्तगाल की कलात्मक और सांस्कृतिक विरासत प्रदर्शित करने वाला एक स्मारक टिकट भी जारी करेंगी।
राष्ट्रपति मुर्मु स्लोवाकिया के राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी के निमंत्रण पर 9 से 10 अप्रैल तक स्लोवाकिया जाएंगी। भारत के राष्ट्रपति की 29 वर्षों में स्लोवाकिया की यह पहली यात्रा है।