महाकुंभ भगदड की घटना पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी पार्टियों ने संसद के दोनों सदनों से आज वॉकआउट किया। आज सुबह जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी पार्टियों ने प्रयागराज के महाकुंभ में खराब प्रबंधन को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक के अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने महाकुंभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान सदस्य अपने विचार रख सकते हैं।
श्री बिरला ने सदस्यों से सदन की गरिमा बनाये रखने और सदन की कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। कांग्रेस, द्रविड मुनेत्र कडगम, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और अन्य पार्टियों के सदस्यों ने अपना विरोध जारी रखा। इस बीच सदन ने अपना प्रश्नकाल चलाया। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने सदन से एक संक्षिप्त वॉकआउट किया।
राज्यसभा की कार्यवाही जब आज शुरू हुई तो इस मुद्दे को लेकर विपक्षी पार्टियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सभापति जगदीप धनखड़ ने महाकुंभ घटना और अन्य मुद्दों पर विपक्षी पार्टियों द्वारा दिये गए स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, शिवसेना-यूबीटी, राष्ट्रीय जनता दल और अन्य पार्टियों सहित विपक्षी पार्टियों ने सदन से वॉकआउट किया। इस हंगामे के बीच सदन ने शून्यकाल की कार्यवाही शुरू की।