मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मिशन के अंतर्गत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत गरीब परिवार के लगभग 62 लाख सदस्यों को करीब 5 लाख स्व-सहायता समूहों से जोड़ा गया है। इनमें से लगभग 15 लाख परिवारों की सालाना आय न्यूनतम 1 लाख से अधिक अथवा करीब 10-12 हजार रुपये महीने तक पहुंची है। मिशन के तहत महिलाओं ने स्व सहायता समूह बनाकर कई प्रकार के व्यवसाय प्रारंभ किए। इनमें स्कूली ड्रेस सिलाई, पोषण आहार का संचालन, टोल टैक्स बैरियर प्रबंधन, राशन की दुकानों का संचालन, जल प्रबंधन, पंचायतों में कर संग्रहण और सड़कों के रख-रखाव जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। इन योजनाओं से महिला सशक्तिकरण के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।