भूकंप प्रभावित म्यांमा के सेना प्रमुख ने कहा है कि भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 सौ से अधिक हो गई है। मीडिया की खबरों के अनुसार मलबे में बहुत से लोगों के फंसे होने के कारण मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। संसाधनों की कमी, टूटे संचार तंत्र और गृह युद्ध के कारण बचाव कर्मी मलबे से किसी को जिंदा निकालने की आशा में हाथों से मलबे को हटाने को मजबूर हैं।
इस बीच, मांडले के निकट पांच दशमलव एक तीव्रता के ताजा भूकंप का झटका महसूस किया गया। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह शहर शुक्रवार को आए सात दशमलव सात तीव्रता के विनाशकारी भूकंप का केंद्र था। भूकंप से अभी तक किसी के हताहत होने या बड़ी क्षति की खबर नहीं मिली है।
म्यांमा में सैन्य शासन द्वारा देश के कई हिस्सों में बमबारी जारी है। फिर भी सैन्य शासकों ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में काम करने के लिए सैकड़ो विदेशी बचाव कर्मियों को अनुमति दी है। वहीं, निर्वासित राष्ट्रीय एकता सरकार ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में आक्रामक सैन्य अभियानों में दो सप्ताह के संघर्ष विराम की घोषणा की है।
थाईलैंड के बैंकॉक में बचाव कर्मी ऊंची ईमारतों के धराशायी होने के स्थान पर मलबे में फंसे लोगों को तलाशने के काम में जुटे हैं। इस शहर में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है और 83 लोग लापता हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि चिकित्सा आपूर्ति की भारी कमी आपदा से निपटने में बाधा उत्पन्न कर रही है, जबकि म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में जीवित बचे लोगों की तलाश जारी है।