भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमरीका ने एक स्वर में सीमा-पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा करते हुए लाल किला आतंकी घटना के प्रति संवेदना व्यक्त की है। नई दिल्ली में चार और पांच दिसम्बर को क्वाड के चारों सदस्यों के बीच दो दिवसीय तीसरी ‘आतंकवाद विरोधी संयुक्त कार्य समूह’ की बैठक आयोजित की गई थी।
इस दौरान क्वाड के सदस्य देशों ने हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की घटनाक्रमों सहित आतंकवाद के खतरों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। सदस्यों ने यह सुनिश्चित करने पर भी बल दिया कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र खुला रहे और आतंकवाद के खतरों से मुक्त रहे। इन देशों ने बहुपक्षीय मंच पर सहयोग को सशक्त बनाने के प्रति अपनी वचनबद्धता की भी पुष्टि की।
बैठक के दौरान आतंकवादियों, आतंकी समूहों और उनके छद्म रूपों से संबंधित लगातार सूचना साझा करने के महत्व पर भी बल दिया गया। विदेश मंत्रालय में पश्चिमी क्षेत्र के सचिव सी बी जॉर्ज ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए क्वाड के भीतर एक साझा संकल्प लेने की आवश्यकता की बात कही।
सचिव सी बी जॉर्ज ने सभी क्वाड सदस्यों से क्वाड -आतंकवाद विरोधी संयुक्त कार्य समूह को अधिक लचीला, मजबूत और कार्रवाई-उन्मुख समूह बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का भी आग्रह किया। बैठक का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में आतंकवाद निरोधक संयुक्त सचिव ने किया, जिसमें सदस्य देशों के राजदूत भी शामिल थे। बैठक में शहरी परिवेश में आतंकवाद निरोधक अभियानों पर एक टेबलटॉप अभ्यास भी आयोजित किया गया।