विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि भारत-चीन संबंध धीरे-धीरे सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने पिछले नौ महीनों में द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में अच्छी प्रगति की है। श्री जयशंकर ने कहा कि यह प्रगति सीमा पर तनाव के समाधान और वहाँ शांति बनाए रखने का परिणाम है।
विदेश मंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत और चीन के बीच स्थिर और रचनात्मक संबंधों से न केवल दोनों देशों को, बल्कि पूरे विश्व को लाभ होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि पारस्परिक सम्मान, हित और संवेदनशीलता के आधार पर इसे प्राप्त किया जा सकता है। श्री जयशंकर ने कहा कि दोनों पक्ष पहले ही इस बात पर सहमत हो चुके हैं कि मतभेद विवाद नहीं बनने चाहिए और न ही प्रतिस्पर्धा कभी संघर्ष में बदलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देश अब सकारात्मक दिशा में अपने संबंधों को विकसित करना जारी रख सकते हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि इस वर्ष दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ है। उन्होंने पांच वर्षों के अंतराल के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू होने की सराहना की और इस मामले में सहयोग के लिए चीन का धन्यवाद किया।