केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों से प्रधानमंत्री कृषि धन-धान्य योजना के तहत कृषि उत्पादकता बढ़ाने में योगदान देने की अपील की है। बिहार के समस्तीपुर के पूसा स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए श्री चौहान ने आज कहा कि कृषि उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए इस योजना के तहत 100 जिलों का चयन किया गया है, जिसे कल केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी।
श्री चौहान ने विश्वविद्यालय के छात्रों और शोधकर्ताओं से किसानों के कल्याण के लिए काम करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि बिहार के जिलों को भी कृषि धन-धान्य योजना में शामिल किया गया है। केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य उत्पादन बढ़ाना और लागत कम करना है। सरकार कृषि उत्पादन में हुए नुकसान के लिए भी सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत चावल उत्पादन में आत्मनिर्भर हो गया है और 50 हजार करोड़ रुपये मूल्य का बासमती चावल निर्यात कर रहा है।