ब्रिटेन ने विवादित और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चागोस द्वीप समूह की संप्रभुता मॉरीशस को सौंपने के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। ब्रिटिश सरकार ने कहा कि यह कदम ब्रिटिश सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण अमरीका और ब्रिटेन के सैन्य अड्डे के भविष्य को सुनिश्चित करता है। समझौते के अन्तर्गत, ब्रिटेन 99 वर्षों के लिए अड्डे को वापस पट्टे पर देने के लिए मॉरीशस को प्रति वर्ष 13 करोड साठ लाख डॉलर का भुगतान करेगा। हिंद महासागर द्वीपसमूह के सबसे बड़े द्वीप डिएगो गार्सिया पर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण नौसैनिक और बमवर्षक अड्डा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा कि यह सौदा ब्रिटेन के राष्ट्रीय हित में है। उन्होंने कहा कि अमरीकी सेना द्वारा संचालित यह अड्डा ब्रिटिश आतंकवाद-रोधी और खुफिया जानकारी के लिए महत्वपूर्ण है और यह देश की सुरक्षा तथा घरेलू सुरक्षा की नींव है।
चागोस द्वीप समूह हिंद महासागर में ब्रिटेन से नौ हजार 332 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। चागोस द्वीपसमूह – चार हज़ार से अधिक आबादी वाले सात द्वीपों का समूह, 1965 में मॉरीशस से अलग हो गया था। मॉरीशस उस समय एक ब्रिटिश उपनिवेश था।