जुलाई 3, 2025 9:09 अपराह्न

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प्रधानमंत्री मोदी घाना की सफल यात्रा के बाद त्रिनिदाद और टोबैगो के लिए रवाना हुए

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज घाना की सफल यात्रा के समापन के बाद  पांच देशों की  अपनी यात्रा के दूसरे चरण में त्रिनिदाद और टोबैगो के लिए रवाना हुए। इससे पहले, उन्‍होंने राजधानी अकरा में घाना गणराज्य की संसद को संबोधित किया। उन्‍होंने कहा कि भारत और घाना के बीच संबंधों की कोई सीमा नहीं है, उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच की दोस्ती घाना के प्रसिद्ध “शुगर लोफ पाइनएप्पल” से भी अधिक मीठी है।

    प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को लोकतंत्र की जननी बताया और लोकतांत्रिक व्यवस्था में खुलेपन तथा  संवाद के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भारत की विशाल विविधता को उसके लोकतांत्रिक ताने-बाने की ताकत के रूप में उजागर किया। श्री मोदी ने कहा कि भारत के लिए लोकतंत्र सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, बल्कि यह हमारे मौलिक मूल्यों का एक हिस्सा है। उन्होंने भारत की विशाल विविधता को उसके लोकतांत्रिक ताने-बाने की ताकत के रूप में उजागर किया। श्री मोदी ने लोकतंत्र, गरिमा और परिवर्तशीलता के प्रति अपनी स्थायी प्रतिबद्धता के लिए इस पश्चिम अफ्रीकी राष्ट्र की सराहना की और इसे अफ्रीकी महाद्वीप के लिए “प्रेरणा का प्रतीक” बताया।

     प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रपति जॉन महामा ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना” से सम्मानित किया गया। श्री मोदी ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए 140 करोड भारतीयों की ओर से घाना के प्रति आभार व्यक्त किया और इस पुरस्कार से भावनात्मक जुड़ाव का उल्लेख किया। उन्होंने इस सम्मान के लिए घाना के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया और इसे बेहद गर्व की बात बताया। श्री मोदी ने  कहा कि वह इस पुरस्कार को दोनों देशों के युवाओं को समर्पित करते हैं। उन्होंने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को दोनों देशों के बीच स्थायी मित्रता और साझा मूल्यों को भी समर्पित किया।

    इससे पहले श्री मोदी ने राजधानी अकरा में नक्रूमा मेमोरियल पार्क में घाना के संस्थापक राष्ट्रपति और अफ्रीकी स्वतंत्रता आंदोलन के  सम्मानित नेता डॉ. क्वामे नक्रूमा को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ घाना की उपराष्ट्रपति जेन नाना ओपोकू-अग्यमंग भी थीं।

    घाना की अपनी दो दिन की यात्रा के पहले चरण में, श्री मोदी ने राजधानी अकरा में भारतीय प्रवासियों से बातचीत की, जहाँ समुदाय के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री ने घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें मजबूत साझेदारी की समीक्षा की गई और आर्थिक, ऊर्जा, रक्षा सहयोग और विकास सहयोग के माध्यम से इसे बढ़ाने के लिए आगे के अवसरों पर चर्चा की गई।

    बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। वार्ता के बाद, भारत और घाना ने संस्कृति, मानक, आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा को कवर करने वाले चार समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया और दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के बीच जुड़ाव बढ़ाने के लिए एक संयुक्त आयोग तंत्र की स्थापना की। भारत ने पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्र के लिए घाना में वैक्सीन हब के विकास, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और कौशल विकास में सहयोग की पेशकश की।

    प्रधानमंत्री मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भारत और घाना महत्वपूर्ण खनिजों, रक्षा, समुद्री सुरक्षा और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने की अपार संभावनाएं देखते हैं। सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ाने पर भी बातचीत की गई। श्री मोदी ने राष्ट्रपति महामा के साथ अपनी बैठक को बेहद महत्‍वपूर्ण बताया। श्री मोदी कल घाना की राजधानी अकरा पहुंचे थे।

 

 

 

 

 

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