प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। कृषि विज्ञान क्षेत्र की प्रसिद्ध शख्सियत और खाद्य सुरक्षा के अग्रदूत प्रोफेसर एम.एस. स्वामीनाथन की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में यह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी के सहयोग से एम.एस. स्वामीनाथन शोध प्रतिष्ठान-एमएसएसआरएफ– इस महीने 7 से 9 अगस्त तक इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।
मीडिया को जानकारी देते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. एम.एल. जाट ने कहा कि प्रधानमंत्री इस अवसर पर श्री स्वामीनाथन के सम्मान में भारत सरकार द्वारा जारी स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे। उन्होंने खाद्यान्न की कमी से जूझ रहे देश को प्रचुर खाद्यान्न उपजाने वाले राष्ट्र के रूप में परिवर्तित करने के प्रोफेसर स्वामीनाथन के अहम योगदान का उल्लेख किया।
एमएसएसआरएफ की अध्यक्ष डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने सम्मेलन के वैश्विक महत्व और विश्व में सतत कृषि भविष्य को आकार देने में इसकी भूमिका पर जोर दिया।
स्थायी हरित क्रांति – जैविक प्रसन्नता का मार्ग विषय पर आयोजित होने वाला यह सम्मेलन सतत और न्यायोचित विकास में प्रो. स्वामीनाथन के जीवनपर्यन्त योगदान के प्रति सम्मान होगा।
सम्मेलन वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं, विकास पेशेवरों और हितधारकों के लिए स्थायी हरित क्रांति के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श हेतु एक वैश्विक मंच प्रदान करेगा। सम्मेलन के प्रमुख विषयों में जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और सतत उपयोग, जलवायु-अनुकूल और पोषण युक्त कृषि, समावेशी और प्रौद्योगिकी-संचालित आजीविका समाधान और विकास में युवाओं, महिलाओं और समुदायों की भागीदारी शामिल हैं। ।