घाना में भारत के उच्चायुक्त मनीष गुप्ता ने आकाशवाणी के साथ एक विशेष बातचीत में भारत-घाना साझेदारी की बढ़ती शक्ति और बहु-क्षेत्रीय गहराई पर प्रकाश डालते हुए इसे पश्चिम अफ्रीका में सबसे गतिशील द्विपक्षीय संबंध बताया।
उन्होंने कहा कि आर्थिक, व्यापार और निवेश सहयोग दोनों देशों के बीच जुड़ाव के प्रमुख स्तंभ हैं।
श्री गुप्ता ने कहा कि घाना की उभरती अर्थव्यवस्था भारतीय कंपनियों के लिए, विशेषरूप से कृषि, स्वास्थ्य सेवा, विनिर्माण और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नए अवसर खोल रही है।
उच्चायुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा आर्थिक और रणनीतिक सहयोग प्रगाढ़ करने पर केंद्रित है। इसमें कृषि, डिजिटल बुनियादी ढांचे, रक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
श्री गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का एक प्रमुख उद्देश्य व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि भारत कृषि, स्वास्थ्य, वैक्सीन विकास और रक्षा में सहयोग की संभावना तलाश रहा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल नवाचार और सेवा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए भारत के यूपीआई को घाना की भुगतान प्रणाली से जोड़ने की तैयारी चल रही है।
श्री गुप्ता ने कहा कि घाना के लगभग 70 प्रतिशत औषधि और स्वास्थ्य सेवा बाजार में भारतीय कंपनियां सेवा दे रही हैं।