प्रदेश में कल इगास बग्वाल का त्योहार मनाया जायेगा। इस अवसर पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इगास दिवाली के 11वें दिन बाद यानी एकादशी को उत्तराखंड में इगास यानी बूढ़ी दिवाली मनाई जाती है। गढ़वाल में सदियों से दिवाली को बग्वाल के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर घरों में दीये जलाए जाते हैं और विभिन्न तरह के पकवान बनाए जाते हैं। कुमाऊं के क्षेत्र में इसे बूढ़ी दीपावली के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व के दिन मीठे पकवान बनाए जाते हैं।
रात में स्थानीय देवी-देवताओं की पूजा अर्चना के बाद ढोल दमाऊं के साथ आग के चारों ओर लोक नृत्य किया जाता है और भैलो खेलते हैं।