पूरे राष्ट्र के साथ अरूणाचल प्रदेश भी आज संविधान हत्या दिवस मना रहा है। यह दिन 1975 में देश में आपातकाल लगाए जाने को दर्शाता है।
ईटानगर के डीके कॉन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त के. टी. पटनायक ने कहा कि यह दिन आपातकाल की अवधि की याद दिलाता है। यह दिन लोकतांत्रिक व्यवस्था में सत्ता के दुरूपयोग को रोकने के महत्व की भी याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि यह दिन तानाशाही के विरूद्ध डटे रहने वाले उन लोगों के प्रति श्रद्धांजलि भी है। राज्यपाल ने कहा कि संविधान हत्या दिवस लोकतांत्रिक मूल्यों को कायम रखने और मौलिक अधिकारों की रक्षा करने में संविधान की भूमिका पर नागरिकों के ध्यान देने का एक अवसर है।
इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री चौना मेन ने आपातकाल को एक ऐतिहासिक अवधि से कहीं अधिक बताया। उन्होंने इसे एक चेतावनी, एक जिम्मेदारी और एक सबक बताया जिसे कभी भुलाया नहीं जाना चाहिए।